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आगामी मानसून के पहले बाढ़ आपदा प्रबंधन

 आगामी मानसून के पहले बाढ़ आपदा प्रबंधन एवं राहत की तैयारियों को लेकर कलेक्टर ने ली बैठक

 

आगामी मानसून के पहले बाढ़ आपदा प्रबंधन एवं राहत की तैयारियों को लेकर कलेक्टर ने ली बैठक       बेमेतरा 01 जून 2021  आगामी मानसून को देखते हुए बाढ़, अतिवृष्टि जैसी आपदाओं से बचाव के लिए कल शाम जिला पंचायत सभाकक्ष में जिला स्तरीय बाढ़ आपदा प्रबंधन समिति की बैठक हुई जिसमें कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने जिले में अतिवृष्टि के चलते बाढ़ की स्थिति से निबटने के लिए विभागीय अधिकारियों को कार्ययोजना तैयार करने के लिए निर्देशित किये।        कलेक्टर श्री तायल ने अधिकारियों को निर्देशित किये है कि वे जिले के शिवनाथ नदी के किनारे अमोरा घाट, नांदघाट, करमसेन, टोहड़ी, सिमगा के निकटवर्ती ग्राम खम्हरिया, चेटुवा, नदी के किनारें वाले गांवों में अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि लोगों को बाढ़ से बचाव और प्रबंधन के बारे में जानकारी दी जाये। वर्षाऋतु के दौरान अत्याधिक वर्षा होने पर सिंचाई विभाग के अधिकारी नियमित रूप से जानकारी से अपडेट होकर जानकारी देते रहेंगें, इसके लिए उन्हें राजनांदगांव एवं दुर्ग जिला प्रशासन से संपर्क में रहना होगा। बाढ आने पर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुॅचाने एवं आवश्यक सामग्री की व्यवस्था के सम्बध में गांव वालों से पहले से ही बातचीत कर लें।            पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल ने कहा कि बीते साल बारिश सीजन मे नांदघाट तहसील के निचले हिस्से मे बाढ़ आयी थी। ऐसे गांवों को चिन्हांकन कर गांव को पहले से ही खाली करवा लिया जाये। मोटरबोट की व्यवस्था आपात स्थिति से निपटने के लिए रहेगी। एसपी ने कहा कि डूबान प्रभावित गांवों मे थाना एवं चैकी प्रभारियों द्वारा पहले से ही बैठक लेकर ग्रामीणों को समझाईश दी जायेगी।        बैठक में कलेक्टर ने कहा कि विगत वर्षों की सूचना के आधार पर शिवनाथ नदी के किनारे जिले मे ऐसे ग्राम हैं जो बाढ़ से प्रभावित होते हैं। इसी तरह मोटरबोट चालकों एवं गोताखोरों की सूची सहित अतिरिक्त स्टाफ की भी जानकारी राहत शाखा में उपलब्ध कराने के निर्देश जिला सेनानी होमगार्ड को दिए। कलेक्टर ने निर्देश दिये है कि ऐसे सभी संभावित बाढ़ प्रभावित गांवों में ग्रामीणों की बैठक बुलाकर ग्रामीणों जनों से व्यापक चर्चा कर ली जाये। बाढ आने के बाद होने वाली बीमारियों से बचाव के इंतजाम पहले से कर लिए जायें तथा पर्याप्त दवाईयों का स्टाक स्वास्थ्य केन्द्रों में रहे।ं दवा का छिड़काव करने के लिए पहले व्यवस्था कर ली जाये। लोगों को शुद्व पेयजल के इंतजाम सुनिश्चित किये जायें, और लोगों को बाढ के बाद फैलने वाली बीमारियों के बारे में बताया जायें साथ ही राहत शिविरों में कोविड-19 से बचाव, पर्याप्त मास्क, सेनेटाइजर, शारीरिक सामाजिक दूरी एवं कोविड-19 लक्षणों वाले व्यक्तियों को अलग रखने हेतु उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए।         जिलाधीश ने राजस्व आपदा अधिकारियों को भी बाढ आपदा के संबंध में व्यापक निर्देश दिए उन्होने बाढ से होने वाली विभिन्न हानियों के लिए लोगों को राहत पहुंचाने उन्हें आर्थिंक सहायता अनुदान प्रदान करने के लिए पहले से ही तैयारी कर ली जायें। बैठक मे जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रीता यादव, अपर कलेक्टर श्री संजय कुमार दीवान, एएसपी श्री विमल कुमार बैस, जिले के सभी एसडीएम, कार्यपालन अभियंता, जलसंसाधन विभाग, लोक निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार उपस्थित थे।a

बेमेतरा 01 जून 2021

आगामी मानसून को देखते हुए बाढ़, अतिवृष्टि जैसी आपदाओं से बचाव के लिए कल शाम जिला पंचायत सभाकक्ष में जिला स्तरीय बाढ़ आपदा प्रबंधन समिति की बैठक हुई जिसमें कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने जिले में अतिवृष्टि के चलते बाढ़ की स्थिति से निबटने के लिए विभागीय अधिकारियों को कार्ययोजना तैयार करने के लिए निर्देशित किये।
       कलेक्टर श्री तायल ने अधिकारियों को निर्देशित किये है कि वे जिले के शिवनाथ नदी के किनारे अमोरा घाट, नांदघाट, करमसेन, टोहड़ी, सिमगा के निकटवर्ती ग्राम खम्हरिया, चेटुवा, नदी के किनारें वाले गांवों में अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि लोगों को बाढ़ से बचाव और प्रबंधन के बारे में जानकारी दी जाये। वर्षाऋतु के दौरान अत्याधिक वर्षा होने पर सिंचाई विभाग के अधिकारी नियमित रूप से जानकारी से अपडेट होकर जानकारी देते रहेंगें, इसके लिए उन्हें राजनांदगांव एवं दुर्ग जिला प्रशासन से संपर्क में रहना होगा। बाढ आने पर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुॅचाने एवं आवश्यक सामग्री की व्यवस्था के सम्बध में गांव वालों से पहले से ही बातचीत कर लें।
   
       पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल ने कहा कि बीते साल बारिश सीजन मे नांदघाट तहसील के निचले हिस्से मे बाढ़ आयी थी। ऐसे गांवों को चिन्हांकन कर गांव को पहले से ही खाली करवा लिया जाये। मोटरबोट की व्यवस्था आपात स्थिति से निपटने के लिए रहेगी। एसपी ने कहा कि डूबान प्रभावित गांवों मे थाना एवं चैकी प्रभारियों द्वारा पहले से ही बैठक लेकर ग्रामीणों को समझाईश दी जायेगी।
       बैठक में कलेक्टर ने कहा कि विगत वर्षों की सूचना के आधार पर शिवनाथ नदी के किनारे जिले मे ऐसे ग्राम हैं जो बाढ़ से प्रभावित होते हैं। इसी तरह मोटरबोट चालकों एवं गोताखोरों की सूची सहित अतिरिक्त स्टाफ की भी जानकारी राहत शाखा में उपलब्ध कराने के निर्देश जिला सेनानी होमगार्ड को दिए। कलेक्टर ने निर्देश दिये है कि ऐसे सभी संभावित बाढ़ प्रभावित गांवों में ग्रामीणों की बैठक बुलाकर ग्रामीणों जनों से व्यापक चर्चा कर ली जाये। बाढ आने के बाद होने वाली बीमारियों से बचाव के इंतजाम पहले से कर लिए जायें तथा पर्याप्त दवाईयों का स्टाक स्वास्थ्य केन्द्रों में रहे।ं दवा का छिड़काव करने के लिए पहले व्यवस्था कर ली जाये। लोगों को शुद्व पेयजल के इंतजाम सुनिश्चित किये जायें, और लोगों को बाढ के बाद फैलने वाली बीमारियों के बारे में बताया जायें साथ ही राहत शिविरों में कोविड-19 से बचाव, पर्याप्त मास्क, सेनेटाइजर, शारीरिक सामाजिक दूरी एवं कोविड-19 लक्षणों वाले व्यक्तियों को अलग रखने हेतु उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
        जिलाधीश ने राजस्व आपदा अधिकारियों को भी बाढ आपदा के संबंध में व्यापक निर्देश दिए उन्होने बाढ से होने वाली विभिन्न हानियों के लिए लोगों को राहत पहुंचाने उन्हें आर्थिंक सहायता अनुदान प्रदान करने के लिए पहले से ही तैयारी कर ली जायें। बैठक मे जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रीता यादव, अपर कलेक्टर श्री संजय कुमार दीवान, एएसपी श्री विमल कुमार बैस, जिले के सभी एसडीएम, कार्यपालन अभियंता, जलसंसाधन विभाग, लोक निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार उपस्थित थे।a

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