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जिले के 582 में से 218 गांव हुए कोरोना मुक्त

 

जिले के 582 में से 218 गांव हुए कोरोना मुक्त

सतत निगरानी और जागरूकता अभियान से शेष गांव भी मुक्त होने की ओर अग्रसर

     अम्बिकापुर 30 मई 2021

जिले के 582 में से 218 गांव हुए कोरोना मुक्त सतत निगरानी और जागरूकता अभियान से शेष गांव भी मुक्त होने की ओर अग्रसर       अम्बिकापुर 30 मई 2021      जिले के कुल 582 गांवों में से 218 गांव कोरोना से मुक्त हो चुके है तथा शेष 364 गांवों को कोरोना मुक्त करने जिला प्रशासनऔर स्वस्थ्य विभाग अग्रसर हैं। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा के मार्गदर्शन में जिले से लेकर गांव तक कोरोना टेस्टिंग, होंम आईसोलेशन तथा जागरूकता अभियान पर निगरानी कर जरूरी निर्देश और प्रोत्साहन दिया जा रहा है। ग्रामीण कोरोना निगरानी दल के सदस्य गांव के एक एक पॉजिटिव केस तथा होंम आईसोलेशन के मरीजो पर सतत निगरानी रख मितानिनों के माध्यम से दवाई उपलब्ध करा रहे है। ग्रामीणों को कोरोना से बचाव के लिए टीकाकारण, टेस्टिंग तथा नियमो का अनुपालन करने जागरूक किया जा रहा है। यही कारण है कि जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना पॉजिटिविटी दर कम हो रही है और गांव कोरोना मुक्त हो रहे है।  जिला स्तर पर निगरानी के लिए केक्टोरेट सभाकक्ष में कंट्रोल रूम बनाया गया है जहां एलईडी टीवी विकासखण्डों में स्थित कंट्रोल रूम के सीसीटीवी कैमरों से नेटवर्क से जुड़ा हुआ है। यहां 24 घंटे कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है जो विकसखण्ड कंट्रोल रूम के कर्मचारियों की निगरानी करते हैं। विकसखण्ड स्तरीय कंट्रोल रूम से अधिकारिययो द्वारा गांवों से जुड़े सेक्टर अधिकारियो से प्रत्येक होंम आसोलेशन के मरीज की स्थिति एदवा वितरणए टेस्टिंग सहित अन्य जानकारी प्रतिदिन ली जा रही है। प्रत्येक जनपद में गांव की संख्या के अनुसार 5 से 10 गांव को एक सेक्टर में बांटकर प्रत्येक सेक्टर में एक सेक्टर अधिकारी बनाये गए है। 7 जनपद अंतर्गत 582 गांवों के लिए 49 सेक्टर अधिकारी नियुक्त है। स्थानीय स्तर पर निगरानी के लिए 476 ग्राम निगरानी समिति का गठन किया गया है जिसमे निगरानी के लिए कोटवार, शिक्षक सहित 6 हजार 233 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। ग्रामीण क्षेत्रो में प्रतिदिन 4 हजार से अधिक सैंपलिंग की जा रही है। शहरी क्षेत्रों की निगरानी सेंट्रलाइज मॉनिटरिंग सिस्टम से 24 घंटे निगरानी की।जा रही है।  कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा के द्वार प्रतिदिन जिला, ब्लॉक एवं सेक्टर अधिकारियो की ऑनलाइन बैठक लेकर गांव में पॉजिटिव केस की समीक्षा कर होम आइसोलेशन के मरीजो पर सख्त निगरानी, मितानिनों के माध्यम से अधिक से अधिक दवा वितरण करने एवं लोगो को जागरूक करने जरूरी निर्देश दिया जा रहा है। उन्होंने पॉजिटिव केस की संख्या के आधार पर गांव के मोहल्ले को तत्काल माइक्रो कंटेन्मेंट जोन घोषित कर लोगो को घर से बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए हैं।  ’वैवाहिक कार्यक्रमो में शामिल होने के कारण बढ़ी गांवों में केस’- कोरोना निगरानी दल ग्रामीण के जिला नोडल अधिकारी ने बताया कि जिन गांवों में कोरोना पॉजिटिव केस की संख्या अधिक है वहां लोगो द्वारा शादी में शामिल होने अन्य गांव गए थे या खुद के घर मे शादी का कार्यक्रम था। उन्होंने बताया कि सबसे अधिक मैनपाट के ग्राम कोटछाल में 54, लुण्ड्रा के ग्राम चंगारी में 37, सीतापुर के ग्राम प्रतापगढ़ में 34 तथा उदयपुर के ग्राम केसमा में 32 केस है। इन सभी ग्रामो के पॉजिटिव मरीज होंम आईसोलेशन में है जो अगले 3 से 4 दिन में पूरा हो जाएगा जिससे पॉजिटिव केस वाले गांव की संख्या में कमी आएगी।


जिले के कुल 582 गांवों में से 218 गांव कोरोना से मुक्त हो चुके है तथा शेष 364 गांवों को कोरोना मुक्त करने जिला प्रशासनऔर स्वस्थ्य विभाग अग्रसर हैं। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा के मार्गदर्शन में जिले से लेकर गांव तक कोरोना टेस्टिंग, होंम आईसोलेशन तथा जागरूकता अभियान पर निगरानी कर जरूरी निर्देश और प्रोत्साहन दिया जा रहा है। ग्रामीण कोरोना निगरानी दल के सदस्य गांव के एक एक पॉजिटिव केस तथा होंम आईसोलेशन के मरीजो पर सतत निगरानी रख मितानिनों के माध्यम से दवाई उपलब्ध करा रहे है। ग्रामीणों को कोरोना से बचाव के लिए टीकाकारण, टेस्टिंग तथा नियमो का अनुपालन करने जागरूक किया जा रहा है। यही कारण है कि जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना पॉजिटिविटी दर कम हो रही है और गांव कोरोना मुक्त हो रहे है।

जिला स्तर पर निगरानी के लिए केक्टोरेट सभाकक्ष में कंट्रोल रूम बनाया गया है जहां एलईडी टीवी विकासखण्डों में स्थित कंट्रोल रूम के सीसीटीवी कैमरों से नेटवर्क से जुड़ा हुआ है। यहां 24 घंटे कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है जो विकसखण्ड कंट्रोल रूम के कर्मचारियों की निगरानी करते हैं। विकसखण्ड स्तरीय कंट्रोल रूम से अधिकारिययो द्वारा गांवों से जुड़े सेक्टर अधिकारियो से प्रत्येक होंम आसोलेशन के मरीज की स्थिति एदवा वितरणए टेस्टिंग सहित अन्य जानकारी प्रतिदिन ली जा रही है। प्रत्येक जनपद में गांव की संख्या के अनुसार 5 से 10 गांव को एक सेक्टर में बांटकर प्रत्येक सेक्टर में एक सेक्टर अधिकारी बनाये गए है। 7 जनपद अंतर्गत 582 गांवों के लिए 49 सेक्टर अधिकारी नियुक्त है। स्थानीय स्तर पर निगरानी के लिए 476 ग्राम निगरानी समिति का गठन किया गया है जिसमे निगरानी के लिए कोटवार, शिक्षक सहित 6 हजार 233 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। ग्रामीण क्षेत्रो में प्रतिदिन 4 हजार से अधिक सैंपलिंग की जा रही है। शहरी क्षेत्रों की निगरानी सेंट्रलाइज मॉनिटरिंग सिस्टम से 24 घंटे निगरानी की।जा रही है।

कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा के द्वार प्रतिदिन जिला, ब्लॉक एवं सेक्टर अधिकारियो की ऑनलाइन बैठक लेकर गांव में पॉजिटिव केस की समीक्षा कर होम आइसोलेशन के मरीजो पर सख्त निगरानी, मितानिनों के माध्यम से अधिक से अधिक दवा वितरण करने एवं लोगो को जागरूक करने जरूरी निर्देश दिया जा रहा है। उन्होंने पॉजिटिव केस की संख्या के आधार पर गांव के मोहल्ले को तत्काल माइक्रो कंटेन्मेंट जोन घोषित कर लोगो को घर से बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए हैं।

’वैवाहिक कार्यक्रमो में शामिल होने के कारण बढ़ी गांवों में केस’- कोरोना निगरानी दल ग्रामीण के जिला नोडल अधिकारी ने बताया कि जिन गांवों में कोरोना पॉजिटिव केस की संख्या अधिक है वहां लोगो द्वारा शादी में शामिल होने अन्य गांव गए थे या खुद के घर मे शादी का कार्यक्रम था। उन्होंने बताया कि सबसे अधिक मैनपाट के ग्राम कोटछाल में 54, लुण्ड्रा के ग्राम चंगारी में 37, सीतापुर के ग्राम प्रतापगढ़ में 34 तथा उदयपुर के ग्राम केसमा में 32 केस है। इन सभी ग्रामो के पॉजिटिव मरीज होंम आईसोलेशन में है जो अगले 3 से 4 दिन में पूरा हो जाएगा जिससे पॉजिटिव केस वाले गांव की संख्या में कमी आएगी।

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